मुझमें मनन शक्ति है, चिंतन शक्ति है, जो मुझे पशु से स्वतंत्र अस्तित्व देती है मुझमें मनन शक्ति है, चिंतन शक्ति है, जो मुझे पशु से स्वतंत्र अस्तित्व देत...
मैं क्या करूं इन आखों का जो तेरे अलावा किसी को देखना भी नहीं चाहतीं मैं क्या करूं इन आखों का जो तेरे अलावा किसी को देखना भी नहीं चाहतीं
बस एक सवाल उठा है ज़ेहन में अब, क्या वो मैं था या हूँ मैं अभी। बस एक सवाल उठा है ज़ेहन में अब, क्या वो मैं था या हूँ मैं अभी।
हर घड़ी हर पहर खुद को ढूंढता हूंँ मैं हर अक्श में हर पहर में खुद से पूछता हूंँ मैं। हर घड़ी हर पहर खुद को ढूंढता हूंँ मैं हर अक्श में हर पहर में खुद से पूछता हूं...
'दर्द ऐसा भी नहीं, ज़िन्दगी गुजर जाए, पर गुज़ारे भी कैसे ये समझ न आया।" जिंदगी की कुछ उलजनो की सुंदर क... 'दर्द ऐसा भी नहीं, ज़िन्दगी गुजर जाए, पर गुज़ारे भी कैसे ये समझ न आया।" जिंदगी की ...
चाहे लाख छुपा लो हमसे, ये आँखें तेरे राज़ बयाँ करती है, चाहे लाख छुपा लो हमसे, ये आँखें तेरे राज़ बयाँ करती है,